बुधवार, 16 दिसंबर 2015

अगले साल सौ स्टेशनों पर वाईफाई की सुविधा

गूगल ने अगले साल के अंत तक भारत के 100 रेलवे स्टेशनों में वाईफाई सुविधा मुहैया कराने के अलावा किफायती इंटरनेट सेवाओं के लिए एक नया कैंपस स्थापित करने का एलान किया है। भारत के दो दिवसीय दौरे पर आए गूगल के ग्लोबल सीईओ सुंदर पिचाई ने बुधवार को वित्तमंत्री अरुण जेटली, रेलमंत्री सुरेश प्रभु तथा संचार व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद से मुलाकात की।

गुरुवार को पिचाई राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।

 भारतीय बाजार की सराहना करते हुए पिचाई ने उम्मीद जाहिर की कि 2016 तक गूगल के लिए अमेरिका के मुकाबले भारत बड़ा बजार होगा।

अगस्त में गूगल प्रमुख का पदभार संभालने के बाद चेन्नई में जन्मे पिचाई की यह पहली आधिकारिक भारत यात्रा है। उन्होंने रेलटेल के साथ मिलकर दिसंबर 2016 तक 100 रेलवे स्टेशनों में वाई फाई सुविधा उपलब्ध करा देने का एलान किया।

कुल मिलाकर 400 स्टेशनों में यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसकी शुरुआत जनवरी में मुंबई सेंट्रल से होगी। इसी के साथ उन्होंने हैदराबाद में गूगल का नया कैंपस स्थापित करने तथा बेंगलुरु में भर्तियां बढ़ाने की घोषणा की।

भारत के इंजीनियरिंग व बिजनेस डेवलपमेंट-दोनों क्षेत्रों में निवेश कर कंपनी तीव्र इंटरनेट सुविधा प्रदान करने वाले हल्के उत्पादों का विकास भी करेगी।

पिचाई ने कहा, 'हमारा ध्यान हर व्यक्ति तक इंटरनेट सुविधा पहुंचाने पर है। हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारे उत्पाद लोगों के लिए कारगर और उपयोगी हों तथा उनकी आवाज को मंच प्रदान करें। गूगल ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रयोग के तौर पर शुरू किए गए अपने रूरल इंटरनेट प्रोग्राम को पूरी क्षमता के साथ तीन लाख गांवों में चलाएगी।'

पिचाई को गूगल क्रोम ब्राउ़जर तथा क्रोम आपरेटिंग सिस्टम के विकास के लिए जाना जाता है। उनकी पहचान एक ऐसे सरल बुद्धिजीवी की है जो सर्च, जीमेल तथा यूट्यूब जैसी सेवाओं के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लागों को गूगल से जोड़ना चाहता है।

वह पिछले वर्ष लांच किंतु भारत में बहुत कम लोकप्रिय हुए एंड्रायड वन फोन की किस्मत भी बदलने के इच्छुक हैं। उनके मुताबिक, एंड्रायड इस्तेमाल करने वालों के लिहाज से भारत जल्द ही अमेरिका को पछाड़ देगा।

एंड्रायड का मुकाबला एप्पल के आइओएस तथा माइक्रोसाफ्ट के विंडोज आपरेटिंग सिस्टम्स से है। मोबाइल पर सर्च इंजन के बतौर गूगल इस्तेमाल करने वालों के लिहाज से अमेरिका के बाद भारत दूसरे स्थान पर है।

गूगल नेक्स्ट बिलियन इनीशिएटिव के उपाध्यक्ष सीजर सेनगुप्ता के अनुसार अगले साल पहली तिमाही में कंपनी 'टैप टू ट्रांसलेट' फीचर प्रारंभ करेगी जिसके जरिए एंड्रायड फोन पर किसी भी टेक्स्ट का तुरंत अनुवाद किया जा सकेगा। भारत के लिए अपनी योजनाओं के तहत गूगल पहले ही 11 भारतीय भाषाओं में टाइपिंग की सुविधा वाला वच्र्युअल कीबोर्ड लांच कर चुका है। कंपनी अगले तीन सालों में 20 लाख नए एंड्रायड डेवलपर्स को प्रशिक्षित करेगी।

गूगल के उपाध्यक्ष, इंडिया व साउथ ईस्ट एशिया, राजन आनंदन के मुताबिक, 'भारत में 2020 तक भी मात्र 30 फीसद लोगों पास 2जी कनेक्शन होंगे। इसके बावजूद 2018 तक 29 राज्यों के 50 करोड़ से ज्यादा लोग 23 से अधिक भाषाओं मेंइंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे होंगे।'

इन दिनों दुनिया भर की आइटी कंपनियों की नजर भारत पर है। पिचाई से पहले माइक्रोसाफ्ट के सीईओ सत्या नडेला तथा फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग भारत का दौरा कर चुके हैं।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.