गुरुवार, 26 अगस्त 2010

शहर में अब नहीं होगी रेजगारी की कमी

सेन्ट्रल बैंक इंडिया की भागलपुर शाखा द्वारा शहर के खलीफाबाग चौक एवं तिलकामांझी चौक पर बाजार में छोटे सिक्के एवं नोटों से कमी को दूर करने के लिए 15 लाख रुपए के बड़े नोट के बदले सिक्के बांटे गए। बड़े नोट के बदले एक रुपए, दो रुपए, पांच रुपए, 10 रुपए और पांच रुपए के नोट का खुदरा मिलने से लोग उत्साहित थे। अधिकांश लोगों ने कतार बद्ध होकर पांच सौ रुपए के नोट के बदले खुदरा लिया। लोगों की मांग पर नए नोट मंगवाकर इसी तरह वितरित किए जाएंगे। शाखा प्रबंधक हरिशचन्द्र ठाकुर के नेतृत्व में मनोज कुमार सिन्हा, गोपाल प्रसाद शर्मा, अनिल कुमार पांडे, सुबोध कुमार, देवनंदन गुप्ता, उदय कुमार सिन्हा आदि ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

अब ऑन लाइन दर्ज होगी शिकायत

बीएसएनएल ने लैंड लाइन फोन के उपभोक्ताओं के लिए नया बिलिंग सिस्टम कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) सेवा शुरू कर दी है। 198 की सुविधा पूरी तरह ऑटोमेटिक हो गई है। इस पर ऑन लाइन शिकायत कराते ही डॉकेट नंबर शिकायतकर्ता को मिल जाएगा। इसकी जानकारी बीएसएनएल के वरीय अधिकारी को भी रहेगी कि किस क्षेत्र से कितनी शिकायतें दर्ज हैं। ऐसे में उनके लिए मॉनिटरिंग करना आसान हो जाएगा। साथ ही उपभोक्ता लैंड लाइन फोन का बिल बीएसएनएल पॉर्टल पर भी देख ऑन लाइन बिल का भुगतान कर सकेंगे। बुधवार को यह जानकारी बीएसएनएल, भागलपुर के जीएम राजीव गुप्ता ने दी। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम के चालू होने से उपभोक्ताओं में बीएसएनएल के प्रति विश्र्वास बढ़ेगा। सीडीआर से टेलीफोन लेना, प्लान चेंज करवाना या फिर टेलीफोन कनेक्शन कटवाना आदि कई कार्य कम्प्यूटराइज हो गए हैं। यदि किसी उपभोक्ता का कनेक्शन बिल जमा नहीं करने के कारण कट गया है तो बिल जमा करने के साथ ही उसका फोन चालू हो जाएगा। अब मीटर रीडिंग का झंझट भी नहीं रहेगा। ग्राहकों को आसानी से कॉल डिटेल भी प्राप्त हो जाएगा। वहीं समय पर बिल भुगतान नहीं करने पर ऑटोमेटिक सिस्टम अपने आप फोन को चरणबद्ध रूप से डिशकनेक्ट कर देगा। बकाया रहने पर ऑटोमेटिक पेमेंट रिमाइंडर सर्विस (एपीआरएस) द्वारा ग्राहकों को सूचना दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अब बीएसएनएल कस्टमर बेस्ड बिलिंग कर सकेगा। इससे यह सुविधा होगी कि बीएसएनएल खास उपभोक्ता के लिए अलग-अलग प्लान दे सकेगा। साथ ही बहुत से एक्टिवीटी का एक साथ बिल भी दे सकेगा। इससे कई बड़े संस्थानों को लाभ मिलेगा।

बुधवार, 18 अगस्त 2010

गांवों के साथ-साथ किसानों के दिन भी बहुरेंगे

रूप कुमार, भागलपुर : अब गांवों के साथ-साथ किसानों के सपने भी साकार होंगे। इसका बीड़ा उठाया है बिहार कृषि विश्र्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मेवालाल चौधरी ने। वे खेती के साथ किसानों के भी कायाकल्प में जुट गए हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र ने छह गांवों को खेती में मॉडल गांव बनाने की योजना बनाई है। इनमें सुल्तानगंज प्रखंड का तिलकपुर, गोपालपुर प्रखंड का धरहरा, नाथनगर प्रखंड का रन्नुचक, सन्हौला प्रखंड का महेशपुर व शाहकुंड प्रखंड का अम्बा गांव शामिल है। कुलपति ने खुद सबौर प्रखंड के ममलखा गांव से खेती का क्रांतिकारी बिगुल फूंक दिया है। विश्र्वविद्यालय का प्रसार विभाग व कृषि विज्ञान केन्द्र संयुक्त रूप से इन गांवों का अध्ययन करेंगे। पंचायत व पैक्स के जरिए किसानों का एक वृहद नेटवर्क तैयार किया जाएगा। कुलपति डॉ. चौधरी ने बताया कि साल भर बाद इन गांवों के अलावा विश्र्वविद्यालय के 11 किलोमीटर की परिधि में आने वाले इलाकों की सूरत भी बदली-बदली नजर आएगी। योजना को मूर्त रूप देने के लिए गैर सरकारी संस्थाओं की मदद ली जाएगी। इसके माध्यम से दो एनजीओ का चयन किया जाएगा, जो खेती की नई तकनीक को किसानों तक पहुंचायेंगे। पैक्स व पंचायत के माध्यम से किसानों को बीज उत्पादन से लेकर मधुमक्खी पालन व मशरूम उत्पादन तक से जोड़ा जाएगा। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी खेती की तकनीक से जोड़कर उन्हें और संबल बनाया जाएगा। कृषि विज्ञान केन्द्र सबौर के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि जिन गांवों को कृषि विज्ञान केन्द्र ने गोद लिया है, वहां के किसानों को प्रशिक्षण, अग्रिम पंक्ति का प्रत्यक्षण व सीड्स प्रोडक्शन प्रोग्राम से जोड़ कर खेती को नया रूप दिया जाएगा। इस क्रम में विगत 15 अगस्त को कुलपति ने ममलखा गांव में करीब 300 किसानों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने किसानों की मांगों पर गौर फरमाते हुए 500 फलदार पौधे मुहैया कराने का निर्देश भी दिया। जगदीशपुर का भवानीपुर गांव बनेगा जैविक ग्राम भागलपुर : कृषि विज्ञान केन्द्र सबौर ने जगदीशपुर प्रखंड के भवानीपुर गांव को जैविक ग्राम बनाने का निर्णय लिया है। जैविक ग्राम बनाने का मकसद इस प्रखंड में प्रचुर मात्रा में उत्पादित धान की फसल को और मजबूत बनाना है। कृषि विज्ञान केन्द्र के समन्वयक डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि मौसम में परिवर्तन होने व सुखाड़ के कारण कुछ समस्याएं आई हैं, जिन्हें जल्द सुलझा लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कृषि विभाग, पटना के निर्देश पर दो साल पूर्व जिला कृषि विभाग ने सबौर प्रखंड के छोटी इब्राहिमपुर गांव को जैविक ग्राम बनाने का निर्णय लिया था, लेकिन वह विभागीय फाइलों में दबकर रह गया।

शुक्रवार, 13 अगस्त 2010

आज शहीद हुए थे नवगछिया के सपूत मुंशी साह

महात्मा गांधी के आह्वान पर देश के लाखों युवा सिर पर कफन बांध कर आजादी की लड़ाई में कूद पड़े थे। इसी क्रम में नवगछिया के युवाओं एवं स्वतंत्रता सेनानियों का नेतृत्व कर रहे थे महान स्वतंत्रता सेनानी पार्थ ब्रह्मचारी एवं माया देवी। नौ अगस्त 1942 को ये आजादी के दीवाने अपने हाथों में तिरंगा लिये नवगछिया स्टेशन की ओर बढ़े जा रहे थे। अचानक अंग्रेजों की फौज ने ताबड़तोड़ लाठी चलाते हुए गोलियां चलानी शुरू कर दी। जिसमें से एक गोली नवगछिया के वीर सपूत मुंशी साह के सीने में आ लगी। जिन्हें अविलंब भागलपुर के राजकीय अस्पताल पहंुचाया गया जहां जिन्दगी और मौत से संघर्ष करते-करते अंतत: 13 अगस्त 1942 की संध्या छह बजे नवगछिया के वीर सपूत मंुशी साह भारत माता की आजादी के लिए शहीद हो गये। जिनका नाम अमर शहीदों की सूची में भी अंकित है। जिनकी शहादत पर भागलपुर में विशाल जुलूस भी निकाली गयी थी। गंगा पार के इस प्रथम शहीद का जन्म नवगछिया बाजार के वार्ड नंबर 14 (पुराना वार्ड नम्बर-3) में 1922 में हुआ था। इस सच्चे सपूत के पिता का नाम परमेश्वर साह है। इस सपूत ने माता आशा देवी की कोख से जन्म लेकर आजादी की शहादत दी थी। अपने तीन भाईयों में मंझले भाई थे मुंशी साह। उनमें छात्र जीवन में ही आजादी का जोश कूट-कूट कर भरा था। जिसे पत्‍‌नी लक्ष्मी देवी का प्रेम जाल अपने में नहंी फंसा पाया। नवगछिया के इस अमर शहीद की याद में महान स्वतंत्रता सेनानी पार्थ ब्रह्मचारी की अध्यक्षता में नौ जनवरी 1946 को एक पुस्तकालय की नींव पड़ी। जो अब तक नवगछिया शहर के बीच शहीद टोला में अमर शहीद मंुशी पुस्तकालय के नाम से अवस्थित है। लेकिन इस धरोहर के अलावे अब तक भारत सरकार या बिहार सरकार द्वारा इस महान सपूत का एक भी स्मारक कहीं नहीं बन सका है। प्रति वर्ष 13 अगस्त को इसी पुस्तकालय प्रांगण में समाज के लोगों द्वारा इस सच्चे सपूत को श्रद्धा सुमन अर्पित किया जा रहा है।

गुरुवार, 12 अगस्त 2010

खुलने लगे चुनावी कार्यालय

विधान सभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे राजनैतिक पार्टियां चुनावी रंग में रंगती जा रही है। एक ओर जहां विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता सम्मेलन चालू कर चुके हैं वहीं एक कदम आगे बढ़ कर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने अपने चुनावी कार्यालय तक खोलने शुरू कर दिये हैं। गोपालपुर विधान सभा क्षेत्र के लिए भाकपा ने जिला परिषद भागलपुर की सदस्या सुप्रया भरती को अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। इसके साथ ही इस पार्टी की चुनावी रणनीति भी बन चुकी है। जिसके तहत कई जगहों पर सभा, कार्यकर्ता सम्मेलन तो आयोजित हो ही रहे हैं। इसके साथ साथ भाकपा ने सर्व प्रथम चुनावी कार्यालय भी खोलना शुरू कर दिया है। इस सिलसिले में भाकपा की घोषित प्रत्याशी सुप्रभा भारती ने बताया कि हमारी पार्टी का पहला चुनावी कार्यालय सात अगस्त को गोपालपुर अंचल अ‌र्न्तगत गोढि़यारी में जर्नादन सिंह के दरवाजे पर अंचल चुनाव कार्यालय के रुप में खोला गया है। साथ ही 10 अगस्त को इस्माईलपुर अंचल के हरिया से दक्षिण प्रसादी मंडल के दरवाजे पर कार्यालय खोला गया है। उन्होंने बताया कि 11 अगस्त को रंगरा अंचल में कार्यालय खोला जायेगा। इसके बाद नवगछिया स्थिति पार्टी कार्यालय में 13 अगस्त को गोपालपुर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र का मुख्य चुनावी कार्यालय का भी उद्घाटन ढोल बाजों के साथ किया जायेगा।

डीआरएम ने किया निर्माण कार्यों का निरीक्षण

पूर्व मध्य रेलवे के बरौनी-कटिहार रेलखंड अन्तर्गत नवगछिया स्टेशन पर आदर्श स्टेशन पर चल रहे विभिन्न निर्माण और सुधार कार्यों का निरीक्षण सोनपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक आरके. अग्रवाल ने किया। इस मौके पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी जारी किये। निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक ने कई अधिकारियों को फटकार भी लगाई तथा कई को आवश्यक निर्देश भी दिये कि काम पूरा होने तक लाल रंग, सफेद पाउडर , ब्लू सूत एवं लाल चौक इत्यादि हमेशा मौजूद होना चाहिए। जो मिस्त्री अच्छे ढंग से काम नहीं कर रहे हैं उसे हटा दें। उन्होंने रिक्शा पड़ाव भी बनाने का निर्देश दिया। इसके बाद उन्होंने पूछताछ कार्यालय को उन्नत व अद्यतन सुविधा संपन्न बनाने पर जोर दिया। मुसाफिर खाना में पंखों की संख्या बढ़ाने, ट्रेन सूचना बोर्ड बदलने का भी आदेश दिया गया। निरीक्षण के क्रम में मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि पूर्व मध्य रेलवे का पहला उन्नत पूछताछ केन्द्र नवगछिया में बनाया जा रहा है जहां बिना किसी टेलीफोन से या कंट्रोल से पता किये मेल, एक्सप्रेस तथा पैसेंजर गाडि़यों की ताजा स्थिति की जानकारी उपलब्ध रहेगी। यात्रियों की सुविधा के लिए यहां आटोमेटिक ध्वनि प्रसारण सिस्टम भी लगाया गया है। साथ ही प्लेटफार्म एवं मुसाफिर खाना में गाडि़यां से संबंधित जानकारी के लिए डिस्पले सिस्टम भी लगाया गया है। जिसमें सोनी की फ्लैट टीवी अच्छी क्वालिटी की लगायी गयी है। इसके अलावे 139 की नि: शुल्क सुविधा भी जल्द चालू की जायेगी। जिससे यात्री स्वयं सारी सुविधा की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक के साथ मंडल कार्यालय के कई वरीय पदाधिकारी भी मौजूद थे।

कांवरियों से पट रहा नवगछिया स्टेशन

सावन के महीने में बाबा धाम जाने के लिए काफी संख्या में कांवरिये नवगछिया स्टेशन पर उतर रहे हैं। ये लोग काफी दूर-दूर से भागलपुर और सुल्तानगंज जाने के क्रम में नवगछिया स्टेशन पर रात्रि विश्राम कर सुबह अपनी तीर्थ-यात्रा को चल देते हैं। इस दौरान नवगछिया स्टेशन का प्लेटफार्म तो काफी लम्बा है मगर ठहरने के लिए शेड काफी छोटा पड़ रहा है। पानी की भी घोर किल्लत महसूस की जा रही है। पूरे प्लेटफार्म पर गिनती के नल लगे हैं। जिनमें से अधिकांश खराब पड़े हैं। जिन्हें देखने या ठीक कराने की परवाह किसी को नहीं है। इसके अलावे नवगछिया स्टेशन के किसी प्लेटफार्म पर लघुशंका करने की जगह नहीं है। शौचालय की भी स्थिति ठीक नहीं होने से खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। जबकि यहां सैकड़ों की संख्या में कांवरिये प्रतिदिन उतरते एवं ठहरते हैं। सबसे ज्यादा विषम स्थिति तो रात के अंधेरे में हो जाती है। जब प्लेटफार्म की लाइट बंद हो जाती है।

बिहुला बिषहरी पूजा की तैयारी शुरू

अंग जनपद की सती बिहुला बिषहरी की जन्म स्थली नवगछिया में पूजा समारोह की तैयारियां जोरों पर शुरू हो गयी है। पूजा 17 अगस्त को मनायी जानी है। इसके लिए कई गांवों में अभी से ही सती बिहुला के गीत गाये जा रहे हैं। नवगछिया शहर में बिषहरी स्थान में इस पूजा को लेकर राजू गुप्ता, कुणाल गुप्ता, मुकेश कुमार, अवधेश प्रसाद पूरे उत्साह से तैयारी में लगे हैं। वहीं दूसरी ओर शीतला मंदिर रोड में बिहुला- विषहरी पूजा समारोह की तैयारी में मुकेश राणा, विष्णु गुप्ता, मो. नईम, हितेश चन्द्र, हुलास सिंह, पंकज पोद्दार, मुकेश रजक इत्यादि दर्जनों लोग लगे हैं। पूजा की तैयारी को लेकर मेढ़ पूजा हो गयी है तथा माता बिहुला- विषहरी के अलावा भी कई मूर्तियों का निर्माण दोनों जगहों के लिए जारी है। इस सिलसिले में मुकेश राणा ने बताया कि पूजा समारोह के दौरान बिहुला-विषहरी से जुड़ी आकर्षक झांकियां भी प्रदर्शित की जायेंगी। इस समारोह की समाप्ति 18 अगस्त को प्रतिमा विसर्जन के साथ ही हो जायेगी। बतातें चलें कि सती बिहुला की जन्म स्थली नवगछिया शहर के पास उजानी गांव ही है।

गुरुवार, 5 अगस्त 2010

भागलपुर से घटेगी नेपाल की दूरी

विजय घाट पर पक्के पुल बनने की आस लोगों में जग गई है। गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यहां पुल का शिलान्यास करेंगे। पुल बनने के बाद भागलपुर से मधेपुरा, सुपौल, सहरसा एवं पूर्णिया की दूरी घट जाएगी। साथ ही यहां से पड़ोसी देश नेपाल की भी दूरी घट जाएगी। ज्ञात हो कि इससे पूर्व 13 जुलाई को इस पुल का शिलान्यास मुख्यमंत्री करने वाले थे। लेकिन किसी कारणवश कार्यक्रम को स्थगित हो गया था। पुल बनने पर मधेपुरा जिले के 20 लाख लोग लाभान्वित होंगे। पुल निर्माण में 367 करोड़ 80 लाख 67 हजार रुपए खर्च होंगे और इसका आधार 47 पायों पर टिका होगा। इसकी कुल चौड़ाई 20.7 मीटर होगी। इसके दोनों तरफ 1.5 मीटर चौड़ा फुटपाथ भी बनेगा। मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड के भटगामा से शुरू होने वाले इस पुल के पहुंच पथ का अंतिम हिस्सा भागलपुर जिले के नवगछिया (तेतरी) जीरा ेमाइल में मिलेगा। इसका पहुंच पथ चार लेन का होगा। इसके अलावा क्रॉस ड्रेनेज, गाइड बांध निर्माण, आरओबी निर्माण, रोड फर्नीचर का भी निर्माण होगा। साथ ही इस पर सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य किया जाएगा। गौरतलब है कि इस पुल की मांग 1985 से ही हो रही है। इस क्रम में सबसे पहले 23 जनवरी 1987 को नागरिक सुरक्षा कमेटी से जुडे़ नागेंद्र सरकार और वर्ष 1992 में उनकी पुत्री नंदनी सरकार ने आमरण अनशन किया था। परिणामस्वरूप 1995 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने विजय घाट पर पीपा पुल का शिलान्यास किया था। लेकिन यह पुल वर्ष में केवल तीन-चार महीने ही लोगों की सेवा कर पाता था।इसके बाद पक्के पुल के निर्माण के लिए 6 फरवरी 2004 में संत योगेश ने सात माह तक निराहार अनशन किया। उनके नेतृत्व में एक मार्च 2004 को नवगछिया बंद रहा। इस दौरान आंदोलनकारियों पर पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में 14 लोग घायल भी हुए थे। उक्त मामले में 30 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। बाद में योगेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। यह मामला न्यायालय में अब तक लंबित है। इस बीच आंदोलनकारियों ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का भी दरवाजा खटखटाया। जब नीतीश कुमार की सरकार सत्ता में आई तो उन्होंने पुल बनवाने का आश्वासन दिया। इतना ही नहीं बाबा विशु राउत के मेले में 15 अप्रैल 2007 को उन्होंने पुल बनवाने की बात दोहराई। इसके निर्माण से भागलपुर और मधेपुरा जिले के अलावा सहरसा, सुपौल, पूर्णिया तथा नेपाल तक के लोगों को लाभ मिलेगा। बहरहाल जो भी हो गुरुवार को होने वाले शिलान्यास कार्यक्रम से क्षेत्र के लोगों में खुशी व्याप्त है।

जनता के विश्र्वास का सेतु है विजय घाट पुल

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विजय घाट का पुल अंग और मिथिला के मिलन का आधार साबित होगा। यह सेतु जनता के विश्र्वास का सेतु है। मैंने, आप लोगों से पांच साल का जो एकरारनामा किया था, उसी के अनुरूप काम किया। अगर आप लोग बिहार को और विकसित देखना चाहते हैं तो एक बार फिर मेरे साथ एकरारनामा करें। उक्त बातें मुख्यमंत्री ने गुरुवार को मधेपुरा के चौसा स्थित जनता उच्च विद्यालय के प्रांगण में बहुप्रतीक्षित विजय घाट पुल का रिमोट से शिलान्यास करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि कोसी में अब तक तीन पुलों का शिलान्यास हो चुका है, जो राजग की बड़ी उपलब्धि है। कोसी बांध के अंदर रेल-सड़क व महासेतु का शिलान्यास देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था। बलुआहा पुल का शिलान्यास मैंने किया, जहां निर्माण कार्य जारी है। अब विजय घाट पुल की बारी है। उन्होंने कहा कि मैं जुबान नहीं चलाता, काम करता हूं। हमने समाज को जोड़ा है, किसी को छोड़ा नहीं है। अगर बिहार का विकास चाहते हैं तो भाईचारे को मुकम्मल रखें। लगभग दो घंटे विलंब से पहुंचे सांसद शरद यादव ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कांगे्रस जब भी सत्ता में आती है, महंगाई बढ़ा देती है। कांग्रेस बिहार की उपेक्षा कर रही है, जबकि मैंने बिहार के विकास का मन बना लिया है और उसी के अनुरूप काम भी किया जा रहा है। अमन चैन के साथ विकास कैसे किया जाता है, इसे कोई भी बिहार की यात्रा कर देख सकता है। समारोह को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, कृषि मंत्री रेणु कुमारी, भूमि सुधार मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, पीएचईडी मंत्री अश्रि्वनी कुमार चौबे व सांसद शाहनवाज हुसैन ने भी संबोधित किया। इस मौके पर सदर विधायक मणिंद्र कुमार, सिंहेश्र्वार विधायक रामेश्र्वर यादव एवं कुमारख्ंाड के विधायक रमेश ऋषिदेव भी मौजूद थे। समारोह का संचालन पृथ्वीराज यदुवंशी ने किया।