रविवार, 19 दिसंबर 2010

महासभा का दूसरी बार विभाजन

अखिल भारतीय संतमत-सत्संग महासभा दूसरी बार रविवार को बंट गया।

सबौर स्थित महर्षि संतसेवी ध्यानयोग आश्रम में 'अखिल भारतीय संतमत महासभा' नाम से संगठन का गठन हुआ है। स्वामी आशुतोष 'गुरुस्नेही' इसके प्रधान महात्मा हैं। संगठन का केंद्रीय आश्रम सबौर स्थित

महर्षि संतसेवी ध्यानयोग आश्रम होगा। इसकी स्थापना पिछले वर्ष सबौर में स्वामी आशुतोष ' गुरुस्नेही ' ने की थी। स्वामी आशुतोष ने गत वर्ष विवादों के कारण कुप्पाघाट आश्रम छोड़ दिया था।

नवगठित 'अखिल भारतीय संतमत महासभा' के अधिकांश पदाधिकारी 'अखिल भारतीय संतमत-सत्संग महासभा में पहले पदाधिकारी रह चुके हैं। नवगठित संगठन में 'सत्संग' शब्द का प्रयोग नहीं है।

इसके अलावा कुप्पाघाट से प्रकाशित 'शांति संदेश' की तरह ध्यानयोग आश्रम से भी 'सदगुरु शांति संदेश ' मासिक पत्रिका का प्रकाशन शुरू हो गया है। पत्रिका के संबंध में स्वामी आशुतोष ने बताया कि पत्रिका का विधिवत पंजीयन भी हो गया है। पत्रिका को टीवीएल नंबर भी मिल गया है।

पूर्व में महर्षि मेंहीं बाबा के निधन के बाद शाही बाबा महासभा से अलग हो गए थे। उसके बाद स्वामी आशुतोष ने अलग होकर अपना संगठन बनाया है।

वहीं रविवार को ध्यानयोग आश्रम में आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से अखिल भारतीय संतमत महासभा की स्थाई कमेटी का गठन किया गया। इसमें सर्वसम्मति से मुख्य संरक्षक गजानंद तुलस्यान (रांची), संरक्षक विरंची प्रसार सिंह (खगड़िया), अध्यक्ष सच्च्चदानंद (रांची), उपाध्यक्ष गोकर्णजी (भागलपुर) और कैलाश प्रसाद अग्रवाल, महामंत्री अजेन्द्रपति त्रिपाठी (बक्सर),मंत्री राम लखन यादव (मायागंज) और राजकुमार भुवानिया, प्रचार मंत्री दिलबर प्रसाद गुप्ता (भागलपुर),कोषाध्यक्ष इं.गोविंद मेहता और अंकेकक्षण प्रकाश प्राण (सुपौल) का चुनाव किया गया। इसके अलावा 20 सदस्यों की कार्यकारिणी भी गठित की गई है। बैठक में निर्णय लिया गया कि साधकों के लिए हर साल एक माह का ध्यान योग शिविर का आयोजन होगा, जिलों में संतमत का जिलाधिवेशन होगा, सदगुरु शांति संदेश पत्रिका का सभी सदस्य अपने क्षेत्र में प्रचार-प्रसार करेंगे इसके अलावा आश्रम के संचालन के कई बड़े-छोटे निर्णय लिए गए। बैठक की अध्यक्षता सच्चिदानंद सिंह ने की और संचालन प्रकाश प्राण ने किया।

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