शनिवार, 18 दिसंबर 2010

आयुर्वेद महाविद्यालय में चालू होगा छात्रों का नामांकन : चौबे

स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि आयुर्वेद महाविद्यालय में शीघ्र ही नामांकन चालू हो इसके लिए वे भरपूर प्रयास करेंगे। महाविद्यालय के जीर्णोद्धार के लिए एक करोड़ रुपये से अधिक राशि आवंटित कर दी गई है। शनिवार को नाथनगर स्थित अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने महाविद्यालय के कर्मचारियों को आश्वासन देते हुए उक्त बातें कहीं।

चौबे ने कहा कि नाथनगर सहित राज्य के अन्य बंद आयुर्वेद महाविद्यालय को भी पुन: चालू कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। आप लोग (कर्मचारियों) के भी दिन बहुरने वाले हैं, इंतजार कीजिए। चिकित्सकों एवं शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पद स्वीकृत किए जाएंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दे दी है। सेवानिवृत शिक्षकों की भी बहाली की जाएगी।

महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य एवं कर्मचारियों द्वारा यह जानकारी देने पर कि महाविद्यालय की जमीन हड़पने की साजिश की जा रही है, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। प्रभारी प्राचार्य डॉ. पवन वर्मा ने बताया जमीन हड़पने के चार मामले न्यायालय में चल रहे हैं।

2004-5 सत्र से नामांकन बंद

नाथनगर स्थित आयुर्वेदिक महाविद्यालय अस्पताल 1946 में प्रारंभ हुआ था। सरकार ने 1985 में अधिग्रहण किया। यहां कई विभागों की पढ़ाई होती थी। तब कई प्रकार की दवाएं भी मरीजों को दी जाती थीं। वर्तमान में प्रतिवर्ष मात्र 60 हजार रुपये दवा मद में आवंटित किए जाते हैं। 2004-05 से छात्रों के नामांकन पर सरकार ने रोक लगा दी। मात्र चार छात्र बचे हैं, जो अंतिम वर्ष में हैं।

जीर्णोद्धार की राशि है या वर्ष 2011-12 का बजट?

शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री अश्रि्वनी कुमार चौबे ने कहा कि महाविद्यालय के जीर्णोद्धार के लिए एक करोड़ से ज्यादा राशि की स्वीकृति दी गई है। हालांकि महाविद्यालय सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2011-12 के लिए सरकार द्वारा बजट की मांग की गई थी। सो, एक करोड़ 26 लाख रुपये का बजट बनाकर भेजा गया है। इसमें शिक्षक व कर्मचारियों के वेतन के अलावा अन्य राशि भी शामिल है। अब आवंटित राशि से महाविद्यालय का जीर्णोद्धार होगा या वेतन आदि दिए जाएंगे। यह तो महाविद्यालय प्रशासन या स्वास्थ्य मंत्री ही बेहतर जानते होंगे।

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