गुरुवार, 2 दिसंबर 2010

गांवों के लिए रवाना हुआ कृषि विकास रथ

डीआरडीए परिसर से गुरुवार को डीएम राहुल सिंह ने कृषि विकास रथ को गांवों के लिए रवाना किया। इस रथ पर कृषि विकास से जुड़ी सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार का जिम्मा है। रथ को पटना में तैयार किया गया है।

डीएम ने रथ रवानगी के बाद विभिन्न प्रखंडों में आयोजित होने वाले कृषि विकास उत्सव की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को हर संभव सहायता विकास उत्सव में मिलनी चाहिए। इस मौके पर डीडीसी गजानंद मिश्रा, जिला कृषि पदाधिकारी दिनेश प्रसाद सिंह, आत्मा के परियोजना निदेशक संजय कुमार सिंह, कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी सतीशचंद्र झा के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे। कृषि विकास उत्सव के प्रथम दिन पीरपैंती व कहलगांव प्रखंड में आयोजित कार्यक्रम में महोत्सव सा माहौल रहा। जिला कृषि पदाधिकारी व आत्मा के परियोजना निदेशक को विकास उत्सव की निगरानी की जिम्मेवारी दी गई है। विकास उत्सव में किसानों को जैविक खेती, कृषि अभियंत्रण, मधुमक्खी पालन, मछली पालन, पशुपालन सहित कृषि के विभिन्न आयाम की विस्तार पूर्वक जानकारी मिलेगी। किसानों की खेती संबंधी समस्याओं के निदान के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम बनाई गई है। टीम में बीएयू के वैज्ञानिक डॉ. एस. एन. राय, डॉ. मिथिलेश कुमार, डॉ. वीरेन्द्र कुमार, ईं. पंकज, डॉ. ममता कुमारी, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. विनय कुमार को शामिल किया गया है। कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी सतीश चंद्र झा ने बताया कि पौधा संरक्षण विभाग के कुल 17 कर्मचारियों की तैनाती आयोजित विकास उत्सव को लेकर विभिन्न प्रखंडों में की गई है। विकास उत्सव की सफलता के लिए 29 नवंबर को आत्मा कार्यालय में आत्मा प्रबंध समिति की बैठक परियोजना निदेशक संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। बैठक में सहायक निदेशक गन्ना रमेश प्रसाद राउत, सचिव उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह, डीएचओ ध्रुव कुमार झा, प्राचार्य डॉ. अर्जुन प्रसाद सिंह, कार्यक्रम समन्वयक केवीके डॉ. विनोद कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. योगेन्द्र प्रसाद सहित प्रबंध समिति के अन्य सदस्यों ने भाग लेते हुए विकास उत्सव में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

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