भीखनपुर गुमटी नंबर तीन में रहने वाले 70 वर्षीय खातीमुर रहमान के हाथों की हुनर ने उन्हें शोहरत दिलाई है। इस बार भी उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए तीन जोड़़ी कुर्ता पैयजामा सिल कर पटना भिजवाया है। पटना से सिलाई का पैसा भी उसे मिल गया है। गुरुद्वारा रोड में डीलक्स टेलर के नाम से दुकान चलाने वाले खातीमुर रहमान का सीएम के कपड़ों की सिलाई से जुड़ा रिश्ता इतना मजबूत है कि इस बार के चुनाव में भी हाजी खातीमुर ने फिर से उनके मुख्यमंत्री बनने के लिए नमाजों के जरिए खुदा से दुआ भी मांगी थी। प्रचंड बहुमत मिलते ही घुरण मास्टर ने सीएम आवास फोन कर नीतीश को बधाई भी दी है।
चुनाव प्रचार के दौरान भागलपुर प्रवास के दौरान सीएम ने खातीमुर रहमान को बुलवा कर उनका कुशल क्षेम पूछते हुए उनसे चुनावी हालात का भी जायजा लिया था। तब खातीमुर ने उन्हें फिर से सीएम बनने की बात बताई थी। रहमान अपनी इस कारीगरी के बूते घुरण मास्टर के नाम से मशहूर हैं। उनकी मास्टरी की खासियत कपड़ों को काटने का अंदाज है। उनके द्वारा काटे गए कपड़े सिलने के बाद शरीर में फिट हो जाते हैं। पिछले सात वषरें से वे नीतीश कुमार के लिए दर्जनों जोड़ी कुर्ता व पायजामे की सिलाई कर चुके हैं। उनकी मुख्यमंत्री से जान पहचान की जड़ में नीतीश कुमार के मित्र उदयकांत मिश्रा है। वर्ष 2003 में दिल्ली में एक मुलाकात के दौरान उदयकांत मिश्रा के पहने कपड़े की सिलाई देखकर मुख्यमंत्री ने जब इसके बारे में जानकारी ली तथा पूछा की कपड़े दिल्ली में सिले हैं क्या। लेकिन जब उन्हें बताया गया कपड़ा भागलपुर से सिलाई कर मंगवाया गया है तो उन्होंने इसकी सराहना की। उदयकांत मिश्रा ने उन्हें बताया कि उनके घर से पारिवारिक संबंध वाले मोहल्ले के एक पुराने दर्जी खातीमुर रहमान से वे अपना कपड़ा सिलवाते हैं। तब से लेकर आज तक घुरण मास्टर लगातार समय-समय पर मुख्यमंत्री का कपड़ा सिल रहे हैं। अब जबकि नीतीश कुमार ने विकास के मुद्दे पर तीसरी बार सीएम की कुर्सी संभाली हैं तो घुरण मास्टर की अपेक्षा है कि भागलपुर में सिल्क के कारोबार, बुनकरों की हालत में सुधार व यहां से जल्द से जल्द हवाई उड़ान की दिशा में ठोस पहल करने की जरूरत है।
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