शुक्रवार को जिला पदाधिकारी राहुल सिंह ने अलग-अलग आदेश जारी कर नवगछिया के कार्यक्रम पदाधिकारी सहित 14 पंचायत रोजगार सेवकों को बर्खास्त कर दिया है।
वित्तीय अनियमितता के आरोप में डीएम ने मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी अबू बसर और पकड़ा पंचायत के पंचायत रोजगार सेवक को बर्खास्त करते हुए इस पंचायत के मुखिया के निलंबन का प्रस्ताव पंचायती राज विभाग को भेजने का आदेश दिया है। इस पंचायत के पीआरएस, मुखिया व कनीय अभियंता पर प्राथमिकी भी दर्ज होगी। उधर, एक अन्य आदेश में मनरेगा की विभिन्न योजनाओं में न्यूनतम उपलब्धि हासिल करने पर 13 पंचायत रोजगार सेवक का अनुबंध रद करते हुए बर्खास्त कर दिया गया है।
नवगछिया के कार्यक्रम पदाधिकारी पर घनश्याम प्रसाद सिंह की निजी जमीन से मनरेगा योजना के तहत मिट्टी काटने का आरोप सिद्ध होने पर कार्रवाई की गयी है। इस मामले की जांच ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव ने की थी। मामले में पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा ने संज्ञान लिया था।
उधर, पंचायत रोजगार सेवकों के कार्यों की समीक्षा के उपरांत यह पाया गया कि जिले के 13 पीआरएस ने न्यूनतम उपलब्धि भी हासिल नहीं की है। जब कि ग्रामीण विकास विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि जिनकी उपलब्धि 30 प्रतिशत से कम होगी, उन्हें सेवा में नहीं रखा जाएगा। जिन पीआरएस का अनुबंध रद किया गया है उनमें पीरपैंती प्रखंड के बारा और पीरपैंती, नारायणपुर के नगरपारा उत्तर, जयपुर चुहर पूरब, सिंहपुर पश्चिम व बैकटपुर दुधैला, बिहपुर के वभनगामा, हरियो, झंडापुर पूरब और बिहपुर दक्षिण, इस्माइलपुर प्रखंड के लक्ष्मीपुर और पूर्वी भिट्टा तथा खरीक के लोकमानपुर शामिल हैं।
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