सोमवार, 1 नवंबर 2010

निर्मल हुई गणतंत्र की गंगा

उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर लोकतंत्र के महापर्व में जनता ने किसी लोकपर्व से कम उत्साह व उल्लास नहीं दिखाया। एक साथ दो वोट डालने का जोश लेकर वोटरों ने निर्भीकता के बीच वोट डालकर गणतंत्र की गंगा को निर्मल कर दिया। कल तक चुनाव में हिंसा को लेकर बदनाम बिहार में बदली फिजां को देखकर ड्यूटी में लगी पुलिस के हाथ से भी तोते उड़ गए। बिहार की बदली तस्वीर देख मध्य विद्यालय कुमैठा के बूथ संख्या 122 पर तैनात एमपी पुलिस के जवानों का कहना था कि हमने बिहार आने के पहले यहां के बारे में काफी कुछ उल्टा पुल्टा सुन रखा था। लेकिन तीन चरणों के मतदान व चौथे चरण में ड्यूटी के दौरान ऐसा लग रहा है कि अधिकतर लोग अच्छे हैं। थोड़ी बहुत तो गड़बड़ी सब जगह है साहब। यहां तो लोकतंत्र के महापर्व में लोगों का उत्साह देखकर ऐसा लग रहा है कि बिहार गणतंत्र का असली पहरेदार है।रूप कुमार

नीतीश राज में जनता को मिली निर्भीकता व चुनाव आयोग की निष्पक्ष मतदान की व्यवस्था ने यहां गणतंत्र की मैली हुई गंगा को निर्मल बना दिया। सुल्तानंगज विधानसभा क्षेत्र के सुल्तानगंज, बाथ, शाहकुंड, सजौर आदि थाना क्षेत्रों के अधिकतर बूथों पर पुलिस बलों की चुस्ती व अ‌र्द्धसैनिक बलों की फुर्ती ने वोटरों को निष्पक्ष तरीके से वोट डालने का पावर दिया। सुल्तानगंज विधानसभा क्षेत्र के करीब दो दर्जन से अधिक बूथों पर ईवीएम की खराबी के कारण घंटे भर विलंब से मतदान शुरू हुआ। बावजूद इसके मौसम के मेहरबान मिजाज ने वोटरों का साथ दिया। लंबी कतार में खड़े रहने की ऊबन के बाद भी वोटरों का जोश ठंडा नहीं हुआ। इस इलाके में विकास सड़कों में भटकता दिखा। धान की मुरझाई बाली किसानों की पीड़ा बयां कर रही थी। मतदान की सबसे अधिक खूबसूरती थी आधी आबादी की उमड़ी भीड़ और उनका अनुशासन। बूथ संख्या 122 मध्य विद्यालय कुमैठा, बूथ संख्या 112 आदर्श संकुल विद्यालय आभारतनपुर, बूथ संख्या 28 राजकीयकृत दरबारी सिंह मध्य विद्यालय सुल्तानगंज, बूथ संख्या 155 मध्य विद्यालय कपसौना, बूथ संख्या 234 उच्च विद्यालय सजौर फतेहपुर, बूथ संख्या 192 क, ख उच्च विद्यालय शाहकुंड प्राथमिक विद्यालय सुखसरोवर, बूथ संख्या 204 मध्य विद्यालय घोरपीठिया आदि मतदान केन्द्रों पर ईवीएम की खराबी के कारण घंटे भर लेट से वोट चालू हुआ। इस कारण सजौर उच्च विद्यालय में पांच बजे के बाद भी लोगों को वोट डालने का अवसर मिला। विधानसभा क्षेत्र से 24 प्रत्याशियों के मैदान में रहने व संसदीय उपचुनाव साथ-साथ होने से वोटरों को तीन ईवीएम से पाला पड़ रहा था। इस कारण वोटर काफी भ्रमित होते रहे। यही कारण था कि मतदाताओं की कतार सुल्तानगंज विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम की रफ्तार पर भारी पड़ रही थी।

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