रविवार, 17 जनवरी 2010

ज्ञानेश्वर बाबू के अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़


पूर्व सांसद ज्ञानेश्र्वर प्रसाद यादव का रविवार को उनके पैतृक आवास नारायणपुर में दोपहर 12.25 बजे निधन हो गया। वे 85 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को नारायणपुर गंगा घाट पर किया जाएगा।
पूर्व सांसद ज्ञानेश्र्वर प्रसाद यादव के निधन की सूचना मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। लोगबाग उनका अंतिम दर्शन करने के लिए उनके पैतृक आवास पर दोपहर बाद से ही जुटने लगे। इस दौरान गोपालपुर विधायक नरेन्द्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल, बिहपुर विधायक शैलेश कुमार उर्फ बूलो मंडल, भाजपा तकनीकी मंच के प्रदेश अध्यक्ष ई. शैलेन्द्र, राजद के प्रदेश महासचिव अशोक कुमार यादव व दिनेश यादव उनके आवास पहुंचे तथा शोक संवेदना व्यक्त की। पूर्व सांसद क्षेत्र की राजनीति के प्रणेता के रूप में जाने जाते थे। ज्ञानेश्र्वर बाबू ने राजनीतिक जीवन वर्ष 1952 में मुखिया के रूप में शुरू की थी। 1957 में भी वे मुखिया चुने गए। वर्ष 1967 में वे पहली बार बिहपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए थे। 1971 में कटिहार एवं 1977 में खगडि़या लोकसभा क्षेत्र से वे सांसद चुने गए। 1990 में वे गोपालपुर विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए तथा भागलपुर विकास प्राधिकारण के अध्यक्ष रहे। नारायणपुर स्थित जेपी कालेज के विकास में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई। वे जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे एवं 1990 में वे भारतीय जनता पार्टी से विधायक दल के उपनेता भी रहे। किशनगंज मेडिकल कालेज के वे ट्रस्टी बोर्ड के चेयरमैन भी थे। वे अपने पीछे पुत्र सुभाष प्रसाद यादव एवं पौत्र डा. संजीव एवं राजीव छोड़ गए हैं।

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