बुधवार, 6 जनवरी 2010

बाछियों से बनाएं आदर्श गौशाला



बूचड़खाने में कट रही गायों के नौनिहाल बच्चों का पालन कर नई पीढ़ी का आदर्श गौशाला बनाने का कीर्तिमान स्थापित करें। ये बातें बाल व्यास पंडित श्रीकांत जी शर्मा ने श्री गोपाल गौशाला में बुधवार को अपने सम्मान समारोह में कही। बताया कि इस वर्ष बकरीद पर मुसलमानों ने 23 गायों की रक्षा कर मुझे दान दिया है। उन्होंने गौशाला की जमीन से आय बढ़ाने, दुध का उत्पादन बढ़ाने, गौ मूत्र तैयार करने तथा पवित्र साबुन बनाने एवं बेचने की सलाह दी। श्री शर्मा ने कहा कि गौ माता इन दिनों तकलीफ में रहती है। जिसका ख्याल हमें करना है। सम्मान समारोह में उपस्थित नवगछिया के अनुमंडल पदाधिकारी सह गौशाला के पदेन अध्यक्ष कपिलदेव महतो ने कहा कि जिस प्रकार संत तुलसीदास जी ने रामायण की रचना कर भारत का उद्धार किया था उसी प्रकार दिव्य पुरुष पंडित श्रीकांत जी शर्मा की कथा से जीर्ण शीर्ण गौशाला का उद्धार हुआ है। श्री महतो ने अपनी माता तथा धरती माता से भी श्रेष्ठ गौ माता को बताते हुए कहा कि गौ माता जन्म लेने से मरने के बाद तक मानव को लाभ देती है। मौके पर महिला मंडल की महिलाओं नेआरती उतारी , गौशाला सचिव राम प्रकाश रूंगटा, नगर पंचायत के उपाध्यक्ष कृष्णदेव यादव, पूर्व सचिव कौशल, विरेन्द्र सिंह, श्याम भक्त मंडल, मारवाड़ी युवा मंच के पदाधिकारी एवं सदस्य तथा शहर के सभी प्रमुख एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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