सोमवार, 11 जनवरी 2010

माले ने फूंका नीतीश का पुतला

नवगछिया पुलिस जिला में लगातार बढ़ रहे अपराध व पुलिस प्रशासन की विफलता के खिलाफ तथा सहोड़ा प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी करने की मांग करते हुए माले नेताओं ने सोमवार को मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। माले नेताओं ने मृतक कल्लर यादव के परिजनों को दो लाख का मुआवजा देने, कौशल यादव की लूटी गयी फसल वापस दिलवाने आदि मांगों के समर्थन में गगनभेदी नारे भी लगा रहे थे। पूर्व तयशुदा कार्यक्रम के तहत भाकपा माले नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शहर के वैशाली चौक पर नुक्कड़ सभा की तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया। भाकपा (माले) नेताओं ने नुक्कड़ सभा में कहा कि तीन महीने में अपराध खत्म करे देने की बात करने वाले नीतीश कुमार की सरकार चार साल एक महीना सत्रह दिन में भी अपराध खत्म नहीं कर पाई। नीतीश सरकार की पुलिस अपराधियों पर कार्रवाई करने की बजाय निर्दोष लोगों को कथित रूप से अपराधियों एवं दलालों के साथ मिलकर प्रताडि़त कर रही है। नवगछिया पुलिस जिला में जारी हत्याओं का सिलसिला, सरकार को अपराध रोकने के दावे की पोल खोलता है तो सहौड़ा की घटना पुलिस का अपराधियों व दलालों के साथ गठजोड़ दर्शाती है। इन नेताओं ने यह भी कहा कि नवगछिया एसपी अपराधियों पर कार्रवाई करने की बजाय शहर में दौड़ लगाते हैं। माले नेताओं ने एलानिया स्वर में कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर प्रशासन सहौड़ा प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच सहित तमाम मांगों को नहीं मानती है तो भाकपा (माले)एक बड़े आंदोलन की तरफ बढ़ेगी। भाकपा (माले) के नुक्कड़ सभा तथा पुतला दहन कार्यक्रम में माले के जिला कमेटी के सदस्य बिन्देश्र्वरी मंडल, पुरुषोत्तम दास एवं इंकलाबी नौजवान सभा के जिला संयोजक रूपेश, वकील मंडल, सुनील प्रमुख रूप से थे। इनके साथ सहौड़ा ग्राम वासी कौशल यादव, अनिल यादव, प्रमोद यादव एवं भूपेन्द्र यादव आदि समेत काफी संख्या में माले कार्यकर्ता शामिल थे।

1 टिप्पणी:

  1. जाने कहाँ गये वो दिन , जब दिन-रात आंदोलन की बात सोचा करते थे !

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