मंगलवार, 1 फ़रवरी 2011

110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें

भागलपुर-किऊल रेल खंड पर अब 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ सकेंगी । इसके लिए रिसर्च डिजाइन स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) मुख्यालय की टीम ने मंगलवार को भागलपुर और किऊल स्टेशनों के बीच रैक चलाकर ट्रैक की जांच की। ट्रैक की गुणवत्ता की जांच 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से की गयी। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा मुख्य रूप से हाई स्पीड की जांच की गई है। जांच ट्रैक रिकार्डिग मशीन से की गयी। सूत्रों ने बताया कि फिलहाल इस रेलमार्ग के ट्रैक के स्पीड का 100 किलोमीटर प्रतिघंटा है। विक्रमशिला एक्सप्रेस या ब्रह्मापुत्र मेल सौ किलोमीटर से अधिक रफ्तार में नहीं चलाई जा रही है। सूत्रों ने बताया कि जांच रिपोर्ट मुख्य ट्रैक अभियंता (सीटीई.) मुख्यालय को भेजी जाएगी। सीटीई. से हरी झंडी मिलने पर भागलपुर और किऊल सेक्शन में पैसेंजर ट्रेन भी 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेंगी। जानकारों के मुताबिक फरवरी में गरीब रथ चलने की संभावना है। गरीब रथ की परिचालन गति सीमा विक्रमशिला एक्सप्रेस व इस खंड पर चलने वाले अन्य ट्रेनों से ज्यादा है। इस ट्रेन के परिचालन शुरू होने के मद्देनजर ही ट्रैक के हाई स्पीड की जांच हुई है। मालदा के वरीय मंडल अभियंता व पीडब्ल्यूआई. आरके सिंह भी आरडीएसओ टीम के साथ चल रहे थे।

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