रविवार, 26 सितंबर 2010

मंदिर में नजर आएंगी मां दुर्गा

दुर्गा पूजा करीब आते ही शहरी क्षेत्र में प्रतिमाओं और पंडालों का निर्माण का कार्य तेज हो गया है। इस वर्ष मां दुर्गा की प्रतिमाओं को स्थापित के लिए भागलपुर में महरौली के छत्तरपुर दुर्गा मंदिर, बेंगलुरु के बेलूर मठ और दिल्ली के लाल किला की तरह पंडाल बनाए जा रहे हैं।

दुर्गा पूजा शुरू होने में अब महज 11 दिन शेष रह गए हैं। इस वजह से प्रतिमा और पंडालों को भव्य रूप में देने में कारीगार दिन-रात एक किए हुए हैं। हर वर्ष की भांति इस बार भी दुर्गा पूजा में शहर का मुख्य आकर्षण मारवाड़ी पाठशाला स्थित युवक संघ का पंडाल होगा। युवक संघ शहर वाशियों के लिए एक स्तरीय पंडाल बनवाने में लगा हुआ है। संगठन के सचिव बब्बन साह ने बताया कि युवक संघ का 28वां दुर्गा पूजा समारोह होगा। झारखंड स्थित गिरीडीह एवं मधुपुर के कलाकार महरौली स्थित मां दुर्गा के मंदिर का प्रतिरूप बना रहे हैं। यह पंडाल करीब 85 फीट ऊंचा और 6200 वर्गफीट में फैला होगा। 13 दिन पूर्व से ही दर्जन भर से अधिक कारीगर पंडाल निर्माण में लगे हुए हैं। कारीगर हरमुज ने बताया कि पंडाल में करीब 1800 बांस और 1200 किलो रस्सी का उपयोग किया जाएगा। हरमुज के साथ लुकमान व राजा मुख्य रूप से लगे हुए हैं। पूजा के आयोजन को लेकर अध्यक्ष डॉ. आरएन झा, मुख्य संयोजक किशोर कर्मकार, डॉ. सुरेश प्रसाद सिंह, डॉ. हेमशंकर शर्मा, डॉ. ओम प्रकाश, डॉ. डीपी सिंह, डॉ. शांतनु घोष, डॉ. सोमेन चटर्जी, दीपक साह, डॉ. शंकर, स्वपन कुमार कुमार साह, सहित देव ज्योति बोस, बच्चू डे, बबलू अनिक डे, शुतानु साधु सहित दर्जनों कार्यकर्ता योगदान दे रहे हैं।

इधर, मुंदीचक गढ़ैया स्थित सार्वजनिक दुर्गा स्थान में मां की प्रतिमा बेलूर मठ में विराजमान दिखेगी। पंडाल के निर्माण में पश्चिम बंगाल मालदा के कारीगर लगे हुए हैं। पूजा समिति के सदस्य प्रदीप साह ने बताया कि अध्यक्ष राजेश कुमार मंडल के नेतृत्व में भव्य आयोजन की तैयारी चल रही है। वहीं कचहरी चौक पर स्थापित की जाने वाली मां दुर्गा की प्रतिमा के लिए भव्य पंडाल का निर्माण चल रहा है। आयोजक सत्कार क्लब के धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि इस साल लाल किला का प्रतिरूप बनाया जा रहा है। मालदा के ही कारीगर यहां भी पंडाल के निर्माण में लगे हुए है। उन्होंने बताया कि संजीत शर्मा, दीपक कुमार, संतोष कुमार और दोपन कुमार सहित कई सदस्य सक्रिय योगदान दे रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.