मंगलवार, 9 फ़रवरी 2010

इतिहास बनाने वाले कम ही होते हैं : महापौर


इतिहास पढ़ने वाले बहुत होते हैं, लेकिन इतिहास बनाने वाले कम ही होते हैं। उन्हीं में से एक है नव जनलोक, जिसके निदेशक इतिहास बनाने का काम कर रहे हैं। उक्त बातें भागलपुर की महापौर डा0 वीणा यादव ने नवगछिया स्थित नव जनलोक के सभागार में आयोजित नाबार्ड के ग्रामीण नवोन्मेषी विधि के अन्तर्गत केला फाइवर प्रशिक्षण के उद्घाटन मौके पर कही। महिला जन समूह को संबोधित करते हुए महापौर कहा कि किसी की निंदा और शिकायत न कर अपने भविष्य के लिए सोचना चाहिए तभी अपना एवं समाज का तथा देश का विकास संभव है। कहा कि आज ग्राम पंचायत से लेकर राष्ट्र तक की बागडोर महिलाओं ने संभाला रखा है फिर भी महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक एवं मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। बेटी पैदा होते ही घर में मायूसी छा जाती है। जो अशिक्षा का कारण है। मौके पर महापौर ने केले के रेशे से बनी सामग्री को बेचने के लिए भागलपुर में एक दुकान उपलब्ध कराने की बात कही। कार्यक्रम में मौजूद नाबार्ड के एजीएम नवीन कुमार राय ने बताया कि यहां केले के थम्ब के रेशे से कागज बनाने की योजना आठ लाख 57 हजार की है। जो थम्ब फल आने के बाद बेकार माना जाता है तथा उसे खेतों से हटाने में भी समस्या होती है। वहीं निर्देशक मदन मोहन ठाकुर ने नवजनलोक की उत्पत्ति, कार्यकलाप, विकास, गतिविधियों पर प्रकाश डाला। मौके पर कई प्रखंडों के समाज सेवी व स्वयं सहायता समूहों की मौजूदगी थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता बैंक प्रबंधक मुक्तेश्र्वर मालवीय ने की तथा मंच संचालन सुबोध कुमार ने किया। कार्यक्रम को मनोज, ईला शर्मा, सुमन, विपिन यादव , संजय ने भी संबोधित किया।

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